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कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का अच्छा दौर जारी और मीडिया का बुरा...

 ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में चल रहें 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स के पॉचवे दिन भारत ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुये 2 गोल्ड, 2 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज अपने नाम किया। भारत के पुरुष टेबल टेनिस की टीम की तरफ से अचंता शरत ने नाइजीरिया के खिलाडीं को 4-11,11-5,11-4 और 11-9 से हराया। पिछले 12 साल में यह पहली बार है जब भारत के टेबल टेनिस की टीम ने राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड मेडल जीता है। आज के मेडल मिलाकर भारत के खाते में 9 गोल्ड, 4 सिल्वर और 5 कांस्य पदक समेत 18 मेडल आ चुके है।
भारत के तरफ से गयी महिलाऔं ने बेहतरीन प्रदर्शन कर पुरे देश का दिल जीत लिया है। ऐसा पहली बार नहीं है जब भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स में अच्छा प्रदर्शन किया है। 2010 में दिल्ली में आयोजित हुये राष्ट्रमंडल खेल में भारत ने अंक तालिका में दुसरे स्थान पर खत्म किया था। हालांकि 2014 में ग्लास्को, स्कौटलैंड में भारत 15वें रैंक पर आया था। लेकिन भारत के इन जवानों को जो देश का सर पुरे विश्व में ऊँचा कर रहे हैं, मीडिया अपने प्राईम टाइम में जगह नहीं दे रही है क्योंकि वो ब्रावो और नरेन के आईपीएल में चमतकारिक प्रदर्शन से समय नहीं निकाल पा रही।

आईपीएल के साथ-साथ देश का सीना चोड़ा करने वाले कॉमनवेल्थ के हीरो को भी तवव्जों दे दो। कम से कम आम जनता को इतना जानने का हक तो है ही। माना कि आप जनता को सरकार की नाकामी के बारे में नहीं बता रहें है लेकिन आने वाले एथलीट्स के प्रोतसाहन के लिए ही सही 1 घंटे इनको मिलने वाली सुविधाओं के लिये भी चर्चा कर लो ताकि ज्यादा से ज्यादा नौजवानों को इससे जुड़ने की प्रेरणा मिल सके।  

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